!!Jai Guru Dev !!

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शुक्रवार, 8 जनवरी 2010

ग्रहण के दुष्प्रभाव से बचिए

श्री-श्री १०८ लंगोटानंदजी महाराज 





बालको बालिकाओं
इस वर्ष को ब्लॉग जगत में भारी  उलटफेर होने जा रहा है इसका कारण एक ही माह में दो ग्रहण का एक साथ आना . एक तो मैं स्वयं दूसरा वो झौंटानन्द हम दौनो एक गुरु के शिष्य हैं वो हैं
 श्री श्री १०८ परम पूज्य बाबा लंगोटानंदजी महाराज

ये सूर्य से तेजवान हैं अब हम दौनो जब एक दूजे की वृष्टि छाया में आ जातें हैं तो ग्रहण लगता है इसके परिणाम दुखद होंगे अत:आप को सलाह दी जाती है कि इस सप्ताह से मासांत तक आप  हम दौनो से

बाबा झोटा नंद अचारीमेरा फोटो  एक निश्चित दूरी से बात करें यानी
सिर्फ हमारा  स्मरण करें न कि तलाश करें .
आप इन  फोटोज  का प्रिंट लेकर पूजन वाले आले में सेलो टेप से चिपकाएँ . इनके फोटो के साथ क्रमश: ये तस्वीरें लगाइए तथा दिव्य महात्माओं के कोप से बचने इनके ब्लॉग पर प्रतिदिन दो से तीन बार प्रणामअर्पित करें क्रमश:
 

14 टिप्‍पणियां:

  1. वाह..बाबा जी..वाह!
    आपके साथ-साथ चेलियों के दर्शन का भी लाभ निल गया!

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  2. बच्चा रूपचन्द, हमारी संगत मे रहोगे और भी बहुत से लाभ मिलेंगे

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  3. आज तो भगवन भक्तों पर मेहरबान हैं। देवताओं के साथ देवियों के दर्शन भी हो गए। आप बहुत पुण्य का कार्य कर रहे हैं। आपकी समाधी के बाद ये जग आपको सदियों तक याद रखेगा और आपके बच्चे भी, जय हो त्रिदेव बाबा लोगों की।

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  4. कटरीना के साथ जोड़ी बनाने की गुस्ताखी...
    अब तो पक्का मेरे हाथ में भविष्य वक्ता का दावा करने बाबा की हत्या का योग है...

    जय हिंद...

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  5. खुश दीप जी
    षड्यंत्र वो भी सरे आम ?
    हा हा हा

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  6. बाबा इधर आपकी पसंद की चीजें मिलेंगी
    एकाध चटका इधर मारो बाबा
    ____________________________
    http://voi-2.blogspot.com/2010/01/
    _____________________________

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  7. सही रूप- दिखाया बाबाओं का जै हो बाबा जी

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  8. बाबा ही खोल रहे हैं बाबाओं की पोल
    गोल है भाई दुनिया ब्‍लॉगिंग भी गोल
    बाबा आए हैं इतने ढोल बजाओ ढोल
    नीयत करा रहे हैं सबकी देखो डांवाडोल

    तोल ब्‍लॉगर भाई इनकी नीयत भी तोल
    टिप्‍पणियों से अधिक इन देवियों का मोल।

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  9. बेटी कपिला
    तू अंतर चक्षु से सब कुछ देख रही है
    इस सटायर को समझने वाली
    दिव्य ज्ञान वती देवी
    आज से तू हमारी शक्ति दाता घोषित हुई
    सभी भक्त इनके ब्लॉग पर जाकर एक एक टिप्पणी
    प्रसून-अर्पण करें

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  10. बच्चा अविनाश
    तू बेहद संवेदित है तभी तो ब्लॉग जगत में छा गया
    तेरा कल्याण होगा यदि हमारे मिशन पर सवाल
    वरना तेरे ब्लॉग को देखेगा भी नहीं समीर भी नहीं
    अरे...! हम तो तुम सब को एक गिरोह से बचने अवतरित हुए हैं बच्चा समझ न
    वरना लोग पानी की टंकी पे चढ़ा देंगे तुझे
    चल बाबा शरणम गच्छामि गा पुत्र

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  11. चिट्ठी के दिन लड़ गए, आया चिटठा-राज.
    मुक्तानंद भविष्य के, स्वामी साजे साज..

    मिली कैटरीना नहीं, दिल में है संताप.
    'सदय मल्लिका हों' करें, माला ले कर जाप..

    गिरी बिन नित्य गिरीश जी, लिए 'मुकुल' को संग.
    ठीक-ठाक हैं देखकर, जगत हो रहा दंग..

    तने जा रहे तनेजा, चुप राजीव ललाम. .
    शर्मा शर्मा कर करें, युद्ध यहाँ बिन दाम..

    चले समीरानंद जी, पकडे पतली राह.
    रवि रावेंद्र तलाशते, मिलाती नहीं पनाह..

    है संगीता जो पुरी, भय का वहां न लेश.
    वाचस्पति अविनाश हैं, लिए उजाला शेष..

    कोरी चादर श्याम की, 'उदय' हुआ अनुराग.
    नेह नर्मदा निर्मला, कपिला बनीं प्रयाग..

    'सलिल'-साधन सफल है, देखे जगत अवाक.
    रखे डाह जो पाए वह,सचमुच कुम्भीपाक..

    स्वामी जी को शिष्यगण, देते शुभ आशीष.
    चिट्ठाकारी नित करो, भला करेंगे ईश..

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