ठीक ठाक | |
रावेंद्रकुमार रवि | अभी भक्ति भाव की पुष्टि शेष है |
भक्ति भाव की पुष्ट नहीं | |
बालिका तेरे ब्लॉग को जो भी बिना टिपण्णी के बांचेगा उसके लिए कुम्भीपाक नरक का जोग बनता है |
गुरुवार, 7 जनवरी 2010
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hamara kya hoga baba jee
जवाब देंहटाएंवाह महाराज आप तो त्रिकाल दृष्टा हैं, आपके दिमाग को "किस" करने का दिल करता है, हमारा युध्द हो चुका है, अल सुबह ही श्रीमति जी ने रण क्षेत्र सजा दिया कि अब ये कम्पुटर मुआ सौत हो गया, इसे छोडोगे कि नही? एक दिन पगला जाओगे ऐसे मे। आपकी भविष्यवानी शत प्रतिशत सही है।
जवाब देंहटाएंगुरुदेव........ हम भी आ गया हूँ........ शरण में ले लो हमको भी....
जवाब देंहटाएंधन्य हो गया बाबा मैं तो..
जवाब देंहटाएंवाह!...आज तो अपने मज़े हो गए...आपने आज का दिन ठीकठाक जो बता दिया है ...
इसका मतलब आज तो अपनी छुट्टी ....कपड़े श्रीमती जी खुद ही धोएंगी :-)
आपसे निवेदन है की वर्ड वैरिफिकेशन हटा दें
जवाब देंहटाएंसारे भक्त गण
जवाब देंहटाएंऔर टिप्पणी कर आशीर्वाद पायें
सुभीता कोठी से बाहर आ जावें
बालिके मानव देह से भूल हो गयी कदाचित कट-पेष्ट त्रुटी के कारण यह हुआ/बालक ललित देवी को मना ले
जवाब देंहटाएंक्या?...क्या कर रहे हो मित्र?... अगर गुरुदेव को पता चल गया कि तुमने अलग से अपनी दुकान खोल ली है तो घोर अनर्थ हो जाएगा ...उनका क्रोध तो तुम जानते ही हो...
जवाब देंहटाएंवत्स राजीव
जवाब देंहटाएंधोबन-यंत्र लिया नहीं तुमने
मित्र-झौंटानंद
जवाब देंहटाएंतुम नाहक परेशां हो गए गुरुदेव से एक समझौता विलेख
तैयार करा लिया है "अब ऐसी बातें सभी भक्तों के सामने लाना ठीक नहीं "
गुप्त को गुप्त रहने दो गुप्ता न बनाओ
@ झोलतानंद
जवाब देंहटाएंआप घबरायें मत
इस दुकान का घनघोर प्रीमियम
गुरुदेव जी को अदा किया जा चुका है
जो क्रोध, अगर आएगा,
तो सिर्फ दिखावा होगा
और मेरे उजाला में
जाला क्यों लगा दिया
बाबा जी
इसमें प्रकाश दिन करेंगे
तो बेहतर रहेगा
काश का बनेगा आकाश
न लगायें जाला
कह रहे हैं लाला
ब्रॉडबैंड प्रदाता कंपनियों का भविष्य सुनहरा है
दालों से अधिक वे बिकेंगी
नेट का इसमें नजर आता चेहरा है
और बाबा क्या बहरा है
सुनता काहे नहीं
शब्द पुष्टिकरण से भक्तगण परेशान हैं
बाबा ने समझी परेशान करने में अपनी शान है
राजीव तनेजा जी कृपया आज अपने अवकाश के दिन कपड़े धोने के बजाय बाबा जी की सैटिंग में जाके शब्द पुष्टिकरण अवश्य उड़ा दें। अपने अवकाश दिन को सार्थक बना लें।
बाबा को सुनाई नहीं पड़ता है, इसलिए माफी बाद में मुलाकात होने पर हालातानुसार मांग ली जाएगी।
पुष्टिकरण हटाए देता हूँ
जवाब देंहटाएंबस तुम्हारी परीक्षा ले रहा था
शिष्य भविष्यवक्ता नंद, हम तुमसे काफी अप्रसन्न हैं, तुमने हमारी फोटो को माला डालकर मठ शुरू नहीं किया? हमने इजाजत दी, इसका ये अर्थ कतई नहीं है की तुम हमें सम्मान भी न दो,चलो सबसे पहले हमारी फोटो माला सहित सबसे ऊपर टांगो, वरना हम नाराज होकर श्राप दे देंगे ! कल्याण हो !
जवाब देंहटाएंशिष्य भविष्यवक्ता नंद, हम तुमसे काफी अप्रसन्न हैं, तुमने हमारी फोटो को माला डालकर मठ शुरू नहीं किया? हमने इजाजत दी, इसका ये अर्थ कतई नहीं है की तुम हमें सम्मान भी न दो,चलो सबसे पहले हमारी फोटो माला सहित सबसे ऊपर टांगो, वरना हम नाराज होकर श्राप दे देंगे ! कल्याण हो !
जवाब देंहटाएंशिष्य भविष्यवक्ता नंद, हम तुमसे काफी अप्रसन्न हैं, तुमने हमारी फोटो को माला डालकर मठ शुरू नहीं किया? हमने इजाजत दी, इसका ये अर्थ कतई नहीं है की तुम हमें सम्मान भी न दो,चलो सबसे पहले हमारी फोटो माला सहित सबसे ऊपर टांगो, वरना हम नाराज होकर श्राप दे देंगे ! कल्याण हो !
जवाब देंहटाएंगुरु देव
जवाब देंहटाएंआप को झौंटानन्द ने भरमाया है
उसी ने सुकुल -पक्ष में अमावास का
भरम फैलाया है
प्रभू जब हमारा तुम्हारा लिखत-पढ़त
में हो गया समझौता
तो बीच में क्यों आ गया ये झौंटा ?
शिष्य भविष्यवक्ता नंद, नादानी न करो,फ़ौरन वर्ड वेरिफिकेशन हटाओ, और हमारी फोटो टांगो,तुरंत आज्ञा का पालन करो !
जवाब देंहटाएंये नाहक मठ में माथा डाल रहा है
जवाब देंहटाएंइसको हमारा ज्ञान का प्रभाव साल रहा है
शिष्य भविष्यवक्ता नंद, हमारी फोटो के बगैर हमारे किसी भी चेले को दूकान खोलने की इजाजत नहीं है,अतः तुरंत हमारी फोटो टांगो !कल्याण हो ! हमारे नेटवर्क के हिसाब से चलना होगा !
जवाब देंहटाएंक्या हुआ?..उड़ गए न तोते?...
जवाब देंहटाएंकहा भी था की बाबा जी रुष्ट होंगे...समझाया था लाख बार कि भूल के भी ऐसी भूल न करो...लेकिन तुम नहीं माने...पड़ गए न लेने के देने...अब मुँह क्या देखते हो?...लगाओ फोटो...चढ़ाओ फूलमाला ...और भभूत बेच के...भविष्य बाँच के जो दो-चार आने कमाए थे..लगा दो उनकी भी वाट ...
जय श्री राम...आम के आम...गुठलियों के दाम
jhottanand
जवाब देंहटाएंबच्चा
बाबा के फोटो में प्राण-प्रतिष्ठा भी तो करनी
होती है
बाबाओं का दंगल शुरू होने वाला है :)
जवाब देंहटाएंवत्स "वत्स"
जवाब देंहटाएंये नादानी मत करो कोई हम ऐसे वैसे बाबा नई हैं
हमारा काम लड़ने का और फिर मौज लेने का है
न की आपस में लड़ने का
Gurudev
जवाब देंहटाएंspasht kee jiye
हमारा काम लड़ने का और फिर मौज लेने का है
जवाब देंहटाएंइस पर गौर कीजिये मुझे लगता है कुछ वर्तनी त्रुटी रह गई है
वत्स "वत्स"
जवाब देंहटाएंये नादानी मत करो कोई हम ऐसे वैसे बाबा नई हैं
हमारा काम लड़ाने का और फिर मौज लेने का है
न की आपस में लड़ने का
स्वामी जी,
जवाब देंहटाएंबताइए मेरे हाथ में भविष्यवक्ता का दावा करने वाले एक बाबा की हत्या का योग है या नहीं...
जय हिंद...